सफ़ेद दाग़ हो क्यों जाते हैं यह एक प्रबल एवं महत्वपूर्ण प्रश्न हे ? Vitiligo/ Leucoderma/सफ़ेद दाग़ के इलाज में अपने लम्बे अनुभव से जहाँ तक मैं समझा हूँ सब से बड़ा कारण इस रोग की अनुवांशिक प्रवृत्ति होना हे ,अन्य कारणों में लम्बे समय तक चला एलोपैथिक इलाज अर्थात अंग्रेजी दवाइयों का लम्बे समय सेवन, जीवन शैली, बाज़ारी खाने पीने की चीज़ों का (जहाँ मिलावट की जा सकती हे) सेवन , मानसिक तनाव, इत्यादि|
सफ़ेद धब्बे चमड़ी पर प्रकट होते ही रोगी तनाव में आ जाता हे जो की एक सामान्य बात हे | रोग से छुटकारा पाने के लिए सफ़ेद दाग़ पीड़ित रोगी घरेलु उपाय जो की उसको उसके आस पास के लोग बताते हैं करने लगता हे | अधिकतर रोगी धब्बो पर दवाई लगाने को इलाज समझने लगते हैं, कुछ रोगी डॉक्टर से संपर्क करते हैं | होता यह है की सही उपचार न मिलने की वजह से सफ़ेद धब्बे संख्या और साइज़ में बढ़ते रहते हैं | यहाँ ये ध्यान दिलाना भी ज़रूरी है की आम तोर पर यह नहीं मालूम होता की Vitiligo/ Leucoderma/सफ़ेद दाग़ के रोगी को परहेज़ क्या करना होता है | सफ़ेद दाग़ के इलाज में परहेज़ बहुत महत्वपूर्ण होता है | वह चीज़ें जो रोग की दोस्त अर्थात रोग बढ़ाने में सहयोगी होती हैं उनका सेवन एवम उपयोग निषेध अनिवार्य होता है | जहाँ तक हो सके साबुन, डिटर्जेंट जैसी वस्तुओं से बचना चाहिए तथा कॉस्मेटिक का उपयोग बिल्क़ुल रोक देना चाहिए | क्योंकि सफ़ेद दाग़ शरीर का आंतरिक दोष के कारण होता है इसलिए शरीर को दोष मुक्त कर सकने में सूक्षम होम्योपैथिक ओषधि से स्थायी उपचार करना चाहिए | इस सम्बन्ध में ९४२५००६१३१, ८८७१७१४४३२ पर बात कर सकते हैं |